दुनिया भर के लोग, चाहे वह किसी धर्म या आध्यात्मिक परंपरा से जुड़े हों या फिर नास्तिक और धर्मनिरपेक्ष समुदाय के हों, सभी मौसमों के बदलने और सांस्कृतिक महत्व वाले दिनों को प्रकाश के त्यौहारों के रूप में मनाते हैं। ये परंपराएँ अपनी तिथियों, विधियों और रीति-रिवाजों में भले ही भिन्न हों, लेकिन इन सभी को सहानुभूतिपूर्ण और करुणामयी तरीके से मनाया जा सकता है, जो तरीके पृथ्वी, उसकी फ़सलें, सूर्य और चंद्रमा, और इस जीवन को हमारे साथ साझा करने वाले सभी प्राणियों का सम्मान करें।
दिवाली : हिन्दुओं का रौशनी का उत्सव
दिवाली, हिंदू धर्म का सबसे पवित्र और प्रिय त्यौहार, यह अक्टूबर और नवंबर के बीच मनाया जाता है। इसकी सटीक तिथि चंद्र कैलेंडर पर निर्भर करती है। यह पाँच दिनों तक चलने वाला त्यौहार है, जो अश्विन मास के अंत में अमावस्या की सबसे अंधेरी रात से शुरू होता है। इस सबसे अंधेरी रात में, जब चारों ओर घना अंधकार छा जाता है, तब लोग दीप जलाकर इस दुनिया में प्रकाश लाते हैं। दीये, लालटेन और मोमबत्तियाँ जलती हैं, और परिवार व प्रियजन एक साथ आकर इस आनंदमय उत्सव का हिस्सा बनते हैं। यह उत्सव प्रकाश की अंधकार पर, ज्ञान की अज्ञानता पर, और अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है।
भोजन हर उत्सव का एक अहम हिस्सा होता है, और दिवाली पर तो तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान और स्नैक्स बनाए और साझा किए जाते हैं। इन व्यंजनों में से अधिकांश व्यंजन शाकाहारी होते हैं, लेकिन पारंपरिक रूप से उनमें डेयरी उत्पादों का इस्तेमाल बहुत आम है। लेकिन, डेयरी में बहुत दर्द एवं पीड़ा छिपी होती है। गायों और भैंसों के साथ होने वाले अन्याय को समझते हुए, आजकल कई लोग डेयरी के स्थान पर पौधों से बने दूध और घी का उपयोग करने लगे हैं। सोचिए, दिवाली के लिए कितने शानदार और विविधतापूर्ण वीगन पकवान बनाए जा सकते हैं! जैसे काजू की बर्फी, नारियल के लड्डू, सोया दूध से बनी खीर आदि।
सेंट लूसी दिवस
सेंट लूसी का पर्व, जिसे लूसिया डे भी कहा जाता है, एक ईसाई त्योहार है जो हर साल 13 दिसंबर को मनाया जाता है। जूलियन कैलेंडर में, यह शीतकालीन संक्रांति थी, वर्ष का वह दिन जब दिन की रौशनी सबसे कम होती है। यह दिन एक युवा महिला के बलिदान की याद में मनाया जाता है, जिनके नाम का अर्थ ‘प्रकाश’ था। उन्होंने इस अंधकारमय दुनिया में ईसाई धर्म की रौशनी फैलाने का काम किया था। वर्तमान में, सेंट लूसी का दिन मुख्य रूप से स्वीडन, नॉर्वे और फिनलैंड के स्वीडिश भाषी क्षेत्रों में मनाया जाता है, हालाँकि कई अन्य देशों के ईसाई भी इस दिन को आदर के साथ मानते हैं।
अक्सर इस उत्सव की शुरुआत एक जुलूस से होती है, जिसकी अगुवाई सफेद वस्त्र पहने एक लड़की या युवा महिला करती है। इसमें प्रतिभागी मोमबत्तियाँ लेकर चलते हैं या मोमबत्तियों से सजे मुकुट पहनते हैं। प्रतीकात्मक लूसी, जो प्रकाश की प्रतीक मानी जाती है, इस दौरान मिठाइयाँ और उपहार बाँटकर खुशी और प्रेम का संदेश देती है। स्वीडन में, इस अवसर पर आमतौर पर पेप्परकाकोर (अदरक के बिस्किट) और लुसेकाटर (केसर के बन्स) परोसे जाते हैं। साथ ही, एक या दो ग्लास ग्लॉग (सुगंधित मसालों और किशमिश से भरी गर्म वाइन) का भी आनंद लिया जाता है। इन पारंपरिक व्यंजनों को आसानी से वीगन विधि का उपयोग करके बनाया जा सकता है, जिससे यह उत्सव हर किसी के लिए समावेशी और आनंददायक बन जाता है।

हनुक्का : यहूदी धर्म का प्रकाश उत्सव
हनुक्का यहूदियों का प्रकाश का त्योहार है जो आठ दिन और रात तक चलता है, और हिब्रू कैलेंडर के अनुसार किसलेव के 25वें दिन से शुरू होता है। इसका मतलब है कि यह उत्सव हर साल नवंबर के अंत और दिसंबर के बीच किसी समय मनाया जाता है।
हनुक्का यहूदी धर्म का वह पवित्र पर्व है, जो एक ऐतिहासिक विजय की याद में मनाया जाता है। यह पर्व उस समय को दर्शाता है जब यहूदियों के एक छोटे से समूह ने सेल्यूसिड सेना को हराया और यरूशलेम के पवित्र मंदिर को फिर से अपने अधिकार में लिया। हनुक्का के हर दिन, सूर्यास्त के बाद मेनोरा (एक विशेष दीप स्तंभ) जलाया जाता है। लेकिन शुक्रवार को, इसे शब्बात की मोमबत्ती जलाने से पहले जलाया जाता है। पहली रात को मेनोरा पर एक मोमबत्ती जलाई जाती है, और उसके बाद हर रात एक अतिरिक्त मोमबत्ती जलाई जाती है। हर रात मोमबत्तियाँ जलाते समय विशेष प्रार्थनाएँ की जाती हैं और पारंपरिक गीत गाए जाते हैं। और फिर आता है त्यौहार का सबसे स्वादिष्ट हिस्सा – भोजन! हनुक्का पर आमतौर पर लाटकेस (तले हुए आलू के केक) और सुफगनियोट (डोनट्स) जैसे पारंपरिक व्यंजन बनाए जाते हैं। हालाँकि, दुनिया भर के परिवारों और समुदायों की अपनी-अपनी परंपराएँ होती हैं और वे इसे अपने तरीके से मनाते हैं। यहूदी वीगन लोग इन व्यंजनों को आसानी से पौधों पर आधारित सामग्री के साथ बना सकते हैं, जिससे वे अपनी आस्था, समुदाय और परंपराओं से जुड़े रहते हुए करुणा और संवेदनशीलता का पालन कर सकते हैं।

क्रिसमस, प्रकाश का त्यौहार
यह ईसाई पर्व उस महान प्रेम का प्रतीक है जो परमेश्वर ने अपने पुत्र, यीशु मसीह के जन्म के द्वारा दुनिया को दिया। यह दिन हमें ईसाई मूल्यों जैसे निःस्वार्थता, करुणा, प्रेम और शांति पर मनन करने का अवसर प्रदान करता है।
इस दिन से जुड़ी कई परंपराएँ हैं, जिनमें से कुछ प्राचीन मध्य-शीतकालीन उत्सवों से प्रेरित हैं। इनमें मोमबत्तियाँ और क्रिसमस की जगमगाती छोटी छोटी लाइट शामिल हैं, जो पेड़ों, घरों और बगीचों को सजाने के लिए उपयोग की जाती हैं।
अन्य परंपराओं में चर्च की प्रार्थना सभा में शामिल होना, उपहारों का आदान-प्रदान करना और कैरल व भजनों का गायन शामिल है। परिवार और समुदायों की अपनी-अपनी विशेष परंपराएँ भी होती हैं, जैसे एक साथ सैर पर जाना, हौली और अन्य सदाबहार पौधों की मालाएँ बनाना, खेल खेलना, और सबसे महत्वपूर्ण बात, एक साथ भोजन का आनंद लेना। क्रिसमस के दिन का मुख्य आकर्षण दोपहर का भोजन होता है, और इसके लिए कई स्वादिष्ट रेसिपी उपलब्ध हैं, जो पारंपरिक व्यंजनों को ध्यान में रखते हुए शांति और करुणा के सिद्धांतों का पालन भी करती हैं।

क्वान्ज़ा परंपराएँ और तिथियाँ
क्वांज़ा एक अफ्रीकी-अमेरिकी और पैन-अफ्रीकी त्योहार है, जिसे 1966 में शुरू किया गया था। यह उत्सव 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक मनाया जाता है, जिसमें परिवार और समुदाय नगूज़ो सबा (सात सिद्धांतों) के इर्द-गिर्द विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हैं। ये सात सिद्धांत हैं: उमोजा (एकता), कुजिचगुलिया (आत्मनिर्णय), उजीमा (सामूहिक कार्य और जिम्मेदारी), उजामा (सहकारी अर्थव्यवस्था), निया (उद्देश्य), कुंबा (रचनात्मकता), इमानी (आस्था)। इन सात सिद्धांतों का प्रतीक सात मोमबत्तियाँ होती हैं, और उत्सव के हर दिन एक नई मोमबत्ती जलाई जाती है।
क्वांज़ा के उत्सव में लोग संगीत बजाते हैं, ड्रम बजाते हैं, नृत्य करते हैं, कविताएँ सुनाते हैं और कहानियाँ साझा करते हैं। इस प्रकाश पर्व में भोजन का भी विशेष महत्व है, और हर परिवार और समुदाय अपनी अनूठी पाक परंपराओं का आनंद लेता है। अधिकांश व्यंजन ऐसे होते हैं, जिन्हें आसानी से उन लोगों के लिए अनुकूलित किया जा सकता है बहुत सारे बेहतरीन क्वान्ज़ा व्यंजनों को ऑनलाइन खोजें!
क्वांज़ा का समापन एक दिन की आत्मचिंतन के साथ होता है, जहाँ प्रतिभागी खुद से तीन महत्वपूर्ण प्रश्न पूछते हैं:
मैं कौन हूँ? क्या मैं वास्तव में वही हूँ जो मैं अपने बारे में कहता हूँ? क्या मैं वह सब कुछ हूँ जो मुझे होना चाहिए?
इम्बोल्क, एक गेलिक उत्सव
इम्बोल्क (जिसे “इम-मोल्क” उच्चारित किया जाता है) एक प्राचीन सेल्टिक पर्व है, जिसे पैगन, विक्कन और ड्र्यूड परंपराओं के लोग मनाते हैं। यह पर्व परंपरागत रूप से 1 फरवरी को मनाया जाता है और सर्दियों की संक्रांति (सबसे छोटा दिन) और वसंत विषुव (जब दिन और रात बराबर होते हैं) के बीच का आधा मार्ग दर्शाता है।
इम्बोल्क प्रकाश का उत्सव है, जो एक लंबी सर्दी के बाद वसंत की पहली आहट का स्वागत करता है। यह उम्मीद और आने वाले वर्ष की तैयारी का समय है।
ड्र्यूड समारोहों में, आठ मोमबत्तियाँ जलाई जाती हैं और पानी पर तैराई जाती हैं। ये देवी ब्रिघिड के आठ गुना चक्र का प्रतीक हैं- जो साल के आठ पर्वों और प्रकृति के बदलते चरणों को दर्शाती हैं। इम्बोल्क एक ऐसा पर्व है जो अक्सर बहुत ही व्यक्तिगत रूप से मनाया जाता है। इसमें लोग प्रकृति के साथ समय बिताने के लिए अकेले बाहर जाते हैं, और चुपचाप वसंत की पहली नाजुक कोंपलों को ध्यान से देखते हैं। या फिर, यह पर्व सामूहिक रूप से भी मनाया जा सकता है, जहाँ लोग एक साथ मिलकर बदलते मौसम के इस कोमल लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव का जश्न मनाते हैं। इम्बोल्क के पारंपरिक भोजनों में डेयरी उत्पादों के साथ-साथ अनाज और बीजों से बने ब्रेड और केक शामिल होते थे। लेकिन आज, हम अपनी पवित्र धरती का सम्मान करने के लिए पौधों पर आधारित दूध और चीज़ का चयन कर सकते हैं। इसके साथ ही, ब्रेड और केक को वीगन सामग्री से तैयार कर सकते हैं।

लैंटर्न (लालटेन) उत्सव
लैंटर्न उत्सव या युआनशियाओ उत्सव (元宵节) एक पारंपरिक चीनी उत्सव है, जो साल के पहले चंद्र महीने की पंद्रहवीं रात को मनाया जाता है। यह उत्सव आमतौर पर 4 फरवरी से 6 मार्च के बीच पड़ता है। यह दिन नए चंद्र वर्ष की पहली पूर्णिमा को दर्शाता है और चीनी नववर्ष उत्सव की समाप्ति का प्रतीक है। सड़कों और घरों में लालटेन जलाए जाते हैं, और शाम को यह उत्सव आतिशबाजी और ड्रैगन या शेर नृत्य के साथ मनाया जाता है। लालटेन पुराने साल को अलविदा कहने और नए साल का स्वागत करने का प्रतीक हैं।
लैंटर्न उत्सव के दौरान, लोग टैंगयुआन (जिसे युआनशियाओ भी कहा जाता है) खाते हैं, जो चिपचिपे चावल के गोले होते हैं, जिनके अंदर ब्राउन शुगर, तिल, मूंगफली या बीन्स के पेस्ट जैसी स्वादिष्ट भरावन भरी जाती है और इन्हें मीठे सूप में परोसा जाता है। टैंगयुआन को आसानी से वीगन बटर या नारियल तेल का उपयोग करके तैयार किया जा सकता है, जो इसे उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है, जो नए साल की शुरुआत करुणा और संवेदनशीलता के साथ करना चाहते हैं।