जेनेसिस बटलर
जेनेसिस केवल चार साल की थीं जब उन्होंने वीगन बनने का फैसला किया, वह छह साल की थीं जब उन्होंने अपने परिवार के बाकी सदस्यों को भी वीगन बना दिया, और 10 साल की थीं जब उन्होंने पशुपालन उद्योग के पर्यावरणीय प्रभावों पर अपना शक्तिशाली टेड टॉक दिया। अपने बड़े चाचा, नागरिक अधिकार नेता सीज़र चावेज़ से प्रेरित होकर, जेनेसिस ने अपना लगभग पूरा जीवन पृथ्वी और उसके निवासियों के लिए अभियान चलाने में बिताया है। उन्होंने जेनV के बहुत प्रसिद्ध अभियान का नेतृत्व भी किया जिसमें उन्होंने पोप फ्रांसिस से लेंट के लिए वीगन बनने का आग्रह किया था।

श्रेया घोड़ावत
एक जलवायु कार्यकर्ता और संधारणीयता पॉडकास्टर के रूप में, श्रेया ‘पर्यावरणीय वकालत’ के क्षेत्र में सबसे आगे रहती हैं।‘ इस सूची के कई अन्य कार्यकर्ताओं की तरह, उनकेकाम के अंतर्गत कई सामाजिक न्याय के मुद्दे आते हैं, और उनमें से एक मुद्दा, निश्चित रूप से, खाद्य प्रणाली का भी है। उनकी अपनी यात्रा तब शुरू हुई जब उन्होंने “काउस्पिरेसी” फिल्म देखी और यह समझा कि मांस और डेयरी का पृथ्वी पर क्या प्रभाव पड़ता है। वह कहती हैं कि संधारणीयता का अर्थ यह नहीं है कि हमें अपनी पसंद के साथ समझौता करना पड़ेगा या त्याग करना पड़ेगा, न ही संधारणीयता प्रतीकवाद के बारे में है, बल्कि यह तो जीवन जीने का एक तरीका है जो हमारे हर फैसले को प्रभावित करता है और यह निर्धारित करता है कि हम किस तरह से इस दुनिया में कर्म करते हैं। संधारणीयता का अर्थ है हम जो भी कर्म करते हैं उसमें धरती एवं धरती के सभी प्राणियों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
एलेन मोनिएल
एलेन ब्राजील की एक जलवायु कार्यकर्ता हैं, जो इंस्टाग्राम पर एक ऐसी खाद्य प्रणाली का समर्थन करती हैं जो सुलभ, संधारणीय, किफायती, नस्लवाद विरोधी और पौधों पर आधारित हो। वह कहती हैं: “ब्राज़ील में लोगों को लगता है कि वीगनवाद बहुत महंगा होता है, लेकिन मैं ‘पॉपुलर वीगनिज्म’ नामक एक आंदोलन का हिस्सा हूँ। हमारा उद्देश्य यह दिखाना है कि लोग झुग्गी क्षेत्रों में रहकर भी वीगन बन सकते हैं, आप गरीब होकर भी वीगन बन सकते हैं। हम वीगनवाद को एक राजनीतिक लड़ाई के रूप में देखते हैं।”
इसाइयास हर्नान्डेज़
इसाइयास एक पर्यावरण शिक्षक हैं, जो पर्यावरण आंदोलन में अधिक विविधता लाने और जानवरों के न्याय को अन्य सामाजिक न्याय आंदोलनों के साथ जोड़ने के लिए काम करते हैं। वह रचनात्मकता और कहानियों के माध्यम से जटिल मुद्दों को सरल बनाते हैं और हमारी पृथ्वी की रक्षा के लिए स्थानीय समुदायों को कदम उठाने के लिए प्रेरित करते हैं। वह कहते हैं: “वीगनवाद एक परस्पर जुड़ा हुआ आंदोलन है जो इंसानों और जानवरों दोनों की आज़ादी के लिए बना है, इसीलिए मैं इसे करता हूँ, धरती पर सभी प्राणियों के लिए।” आप उनका इंस्टाग्राम पेज, ‘क्वीर ब्राउन वीगन’ देख सकते हैं।

जोसेफ पूर
जोसेफ घर खरीदने ही वाले थे जब उनका ह्रदय परिवर्तन हुआ। उन्हें पृथ्वी की चिंता थी और यह भी चिंता थी कि पृथ्वी को बचाने में हम कैसे योगदान दे सकते हैं, इस विषय पर पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं थी। इसीलिए, उन्होंने अपना पैसा विभिन्न खाद्य पदार्थों के पर्यावरणीय प्रभावों पर शोध करने में लगा दिया। आज, जोसेफ प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में काम करते हैं, जहाँ उनका विस्तृत डेटा राजनीतिक नीतियों का मार्गदर्शन करता है और लोगों को शिक्षित करने में मदद करता है। वह कहते हैं कि शोध के दौरान ही उन्हें समझ आ गया था कि उन्हें वीगन बनना होगा।

मिकेला लोच
मिकेला को अपनी किताब “इट्स नॉट दैट रेडिकल: क्लाइमेट एक्शन टू ट्रांसफॉर्म आवर वर्ल्ड” लिखने की प्रेरणा अपनी दादी के इस दुख से मिली थी कि उनकी मातृभूमि जमैका में एक समुद्र तट जलवायु परिवर्तन के कारण गायब हो रहा था। मिकेला पहले से ही वीगन थीं और सामाजिक न्याय और सामुदायिक कार्यों में लगी हुई थीं। अपनी किताब के माध्यम से वह समस्या की जड़ पर प्रहार करती हैं और यह कहती हैं कि जलवायु संकट से निपटने के लिए हमें गरीबी, पूंजीवादी शोषण, पुलिस की क्रूरता और कानूनी अन्याय पर भी ध्यान देना होगा।

मेनका गांधी
मेनका एक भारतीय राजनेता, पर्यावरणविद, पशु अधिकारों की समर्थक और वीगन हैं। 33 साल की उम्र में, मेनका को पर्यावरण और वन मंत्री नियुक्त किया गया था, जिससे उन्हें पूरे देश में महत्वपूर्ण पर्यावरणीय कानून लागू करने का अवसर मिला। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “वीगन होना सिर्फ भोजन का चुनाव करना नहीं है, बल्कि एक विश्वास प्रणाली है। जब आप सभी जीवन को महत्व देते हैं, तो आप इसे नष्ट नहीं करते। मैं ऐसे किसी भी सिस्टम का हिस्सा नहीं बनना चाहती, जो हिंसा, लालच और शोषण पर आधारित हो।”
क्रिस पैकहम
टीवी प्रस्तुतकर्ता और प्रकृतिवादी क्रिस पैकहम अपने देश यूके में एक जाना-माना नाम हैं। वे लंबे समय से शाकाहारी थे, एक अजीब घटना घटी जिसने उन्हें वीगन बनने के लिए प्रेरित किया – उन्हें लगा कि वीगन बनने के बाद वे बिस्किट्स को मिस करेंगे! लेकिन जब उन्होंने गायों में टीबी की बीमारी के बारे में जानने के लिए एक डेयरी फार्म का दौरा किया, तो वहाँ की स्थिति देखकर वे बहुत हैरान रह गए। घर लौटते वक्त, उन्होंने तुरंत गाड़ी रोककर अपनी साथी को फोन किया और कहा, “अब बस, यह सब खत्म। अब पूरी तरह वीगन बनना है।” और मज़ेदार बात यह है कि कई बिस्किट्स पहले से ही वीगन होते हैं!

ग्रेटा थुनबर्ग
ग्रेटा ने एक किशोरी के रूप में प्रसिद्धि हासिल की जब उन्होंने स्कूल जाने से इंकार कर दिया, जब तक कि उनकी सरकार जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई नहीं करती। स्वीडिश संसद के बाहर उनका विरोध प्रदर्शन दुनिया भर में दिखाया गया, जिससे वह दुनिया की सबसे प्रमुख कार्यकर्ता बन गईं और प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत बन गईं। तब से, ग्रेटा ने कई सम्मेलनों में विश्व नेताओं को संबोधित किया है, उन्होंने निडरता से सच को कहा और “फ्राइडेज़ फॉर फ्यूचर” नामक एक वैश्विक आंदोलन शुरू किया, जिसमें छात्र हर हफ्ते में एक बार कक्षाओं में जाने के बजाय प्रदर्शन करते हैं। ग्रेटा 10 साल की उम्र से वीगन हैं।
शिव्या नाथ
शिव्या एक खानाबदोश यात्रा लेखिका हैं, जो धीमी और धारणीय यात्रा की वकालत करती हैं। वह एक मानवतावादी, पर्यावरणविद और वीगन भी हैं। शिव्या ने अपना घर बेचा और अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी ताकि वह दुनिया की यात्रा कर सकें, लोगों से जुड़ सकें और ऐसी कहानियाँ बता सकें जो लोगों को एकजुट करें और प्रेरित करें। निकारागुआ में एक बस में यात्रा के दौरान उन्हें एक अनुभव हुआ जिसने उन्हें अंडों के उत्पादन के बारे में सोचने पर मजबूर किया, इस वजह से उन्होंने खाद्य प्रणाली के प्रभावों के बारे में और अधिक जानकारी लेनी शुरू की। उन्होंने जानवरों के लिए वीगन बनने का निर्णय लिया, और मज़ेदार बात यह है कि इससे उनका कार्बन पदचिह्न भी कम होने लगा!
किप एंडरसन
किप की पर्यावरण में दिलचस्पी उस समय शुरू हुई जब उन्होंने ‘एन इनकन्वीनिएंट ट्रूथ’ नामक फिल्म देखी, जो अल गोर के ग्लोबल वॉर्मिंग पर किए गए काम को दिखाती है। इस फिल्म से प्रेरित होकर किप ने न केवल अपनी ज़िंदगी बदली, बल्कि अपनी फिल्में भी बनाने का फैसला किया। जब उन्हें यह जानकारी प्राप्त हुई कि पशुपालन उद्योग और मांस के उपभोग का पृथ्वी पर कितना बड़ा दुष्प्रभाव पड़ता है, तो वे भी वीगन बन गए। उनकी फिल्म ‘काउस्पिरसी’ एक अंतरराष्ट्रीय सफलता बन गई और इसने पर्यावरणविदों की एक पीढ़ी को पौधे-आधारित आहार अपनाने के लिए प्रेरित किया।
लुईस हैमिल्टन
फॉर्मूला वन चैंपियन लुईस हैमिल्टन दुनिया के सबसे प्रसिद्ध वीगन लोगों में से एक हैं। यह पर्यावरण के प्रति उनकी चिंता थी जिसने उन्हें पौधे आधारित भोजन खाने के लिए प्रेरित किया लेकिन एक पशु-प्रेमी और एक खिलाड़ी के रूप में, नैतिक कारण और स्वास्थ्य लाभ भी उनके लिए महत्वपूर्ण थे। आज, उनका कुत्ता रोस्को भी वीगन है और लुईस अपनी वैश्विक प्रसिद्धी का उपयोग दूसरों को प्रेरित करने के लिए करते हैं ताकि सभी लोग सही कदम उठा पाएँ। “वीगन बनो,” वह अपने अनुयायियों से आग्रह करते हैं, “यह आज हमारी पृथ्वी को बचाने का एकमात्र तरीका है।”
लीलानी मुन्टर
लुईस हैमिल्टन की तरह, लीलानी भी एक रेसिंग कार ड्राइवर थीं, और आज वह एक समर्पित पर्यावरणविद और वीगन हैं। वह नवीकरणीय ऊर्जा, सोलर पावर, इलेक्ट्रिक कारों, पौधे-आधारित भोजन प्रणाली और पशु अधिकारों की वकालत करती हैं। वह ओशियनिक प्रिजर्वेशन सोसाइटी की बोर्ड मेंबर हैं। ओशियनिक प्रिजर्वेशन सोसाइटी फिल्म निर्माताओं की एक टीम है जिसने अकादमी पुरस्कार जीता है, यह टीम महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दों को उजागर करने के लिए प्रभावशाली डॉक्यूमेंट्री फिल्में बनाती है। साथ ही, लीलानी मुन्टर वीगानुअरी की एंबेसडर भी हैं।

अली तब्रीज़ी
फिल्म निर्माता अली तब्रीज़ी नेटफ्लिक्स की चर्चित फिल्म ‘सीस्पिरसी’ के निर्देशक हैं, जो मत्स्यपालन उद्योग से जुड़ी भयावहताओं और पर्यावरणीय संकटों को उजागर करती है। इस फिल्म ने कई लोगों को अपनी खाने की आदतों पर फिर से विचार करने और पृथ्वी पर अपने कार्बन प्रभाव को कम करने के लिए सकारात्मक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। आज, फिल्में बनाने के साथ-साथ अली संरक्षण, संधारणीयता, हमारी भोजन प्रणाली, और मानव व पशु अधिकारों पर बोलने वाले वक्ता भी हैं। उनकी अगली फिल्म ‘ओशन ऑन फायर’ का इंतज़ार करें।
डेमियन मैंडर
डेमियन जीवनभर एक शिकारी थे और उन्होंने नौसेना में क्लियरेंस गोताखोर और स्पेशल ऑपरेशंस स्नाइपर के रूप में काम किया। इराक में कई अभियानों के बाद, उन्होंने फिर कभी शिकार नहीं किया, यह कहते हुए कि अब उन्हें पता चल गया था कि किसी का शिकार बन जाने का एहसास कैसा होता है। अफ्रीका में, उन्होंने उन रेंजर्स से मुलाकात की जो हाथियों और गैंडों जैसे जंगली जानवरों को शिकारियों से बचाने के लिए अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे थे। उनके काम ने डेमियन को गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने इंटरनेशनल एंटी-पोचिंग फाउंडेशन की स्थापना की और फैसला किया कि अगर उन्हें जानवरों की रक्षा करनी है, तो वे उन्हें खा नहीं सकते। इसके बाद वे वीगन बन गए।
पॉल डी गेल्डर
पूर्व सैनिक पॉल डी गेल्डर एक सेना पैराट्रूपर और नौसेना बम निरोधक गोताखोर थे, लेकिन 9 फीट लंबी बुल शार्क के साथ मुठभेड़ के बाद उनकी ज़िन्दगी पूरी तरह बदल गई, जिससे समुद्री जीवन संरक्षण पर उनके विचार और जानवरों को खाने पर उनके विचार बदल गए। उन्होंने महासागरों के संरक्षण की वकालत करना शुरू किया और जल्द ही महसूस किया कि जानवरों को खाना एवं उनकी रक्षा करना, ये दोनों काम एक साथ नहीं हो सकते। वह जानते थे कि उन्हें बदलना होगा क्योंकि, उन्होंने हमसे कहा, “मुझे पाखंडी लोग बिल्कुल पसंद नहीं हैं।” आज वह समुद्र और उसके जीवों के लिए एक जुनूनी वकील हैं। वह कहते हैं, “लोग मछलियों को बचाने के लिए प्लास्टिक स्ट्रॉ का इस्तेमाल बंद करना चाहते हैं। मछली को बचाने के लिए आप मछली खाना बंद कर दें तो कैसा रहेगा?”
केटी रूड
केटी न्यूज़ीलैंड की एक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर हैं, जो अपनी प्रसिद्धी का उपयोग लोगों को पृथ्वी और उसके संरक्षण के प्रति जागरूक बनाने के लिए करती हैं। जलवायु पर अपने प्रभाव को कम करने के लिए वे पिछले 10 साल से वीगन हैं और उम्मीद करती हैं कि उनके इस फैसले से दूसरों को भी अपनी निर्णयशक्ति के प्रति जागरूक होने की प्रेरणा मिलेगी। केटी कहती हैं, “मेरे लिए मांस और डेयरी छोड़ना इतना मुश्किल नहीं था। मुझे हमेशा से प्रकृति से गहरा लगाव रहा है, और जब मुझे पता चला कि ये उद्योग पर्यावरण को कितनी बुरी तरह प्रभावित करते हैं, तो यह एक आसान फैसला था।”
वुडी हैरेलसन
आजीवन पर्यावरणविद् और प्रसिद्ध अभिनेता, वुडी हैरेलसन, निश्चित रूप से अपने सिद्धांतों पर कार्य करते हैं। अपने एक्टिविज़्म के लिए उन्हें एक से अधिक बार गिरफ्तार किया गया है, जिसमें प्राचीन रेडवुड पेड़ों की कटाई के विरोध में गोल्डन गेट ब्रिज पर चढ़ने की घटना भी शामिल है। और फिर भी, वह लिखते हैं, “उद्योग, बैंकरों और उन वैश्याओं के बीच का रिश्ता, जिन्हें हम ‘राजनेता’ कहते हैं, और भी करीब होता जा रहा है।” आज, उनका निराशापन आशा में बदल गया है क्योंकि वह वास्तव में पुनर्योजी कृषि और पौधे-आधारित खाद्य प्रणाली को बढ़ावा देते हैं। ‘किस द ग्राउंड’ ज़रूर देखें।

जेन गुडाल
डॉ. जेन गुडॉल एक बेहद सम्मानित मानवविज्ञानी हैं और दुनिया की प्रमुख चिंपांज़ी विशेषज्ञ हैं। उन्होंने 60 साल तक चिंपांज़ियों के व्यवहार और उनके समुदायों का अध्ययन किया है। जंगली जानवरों की रक्षा करने का अर्थ है उनके आवासों की रक्षा करना, और पशुपालन उद्योग दुनिया भर के जंगली आवासों के विनाश का प्रमुख कारण है। यही कारण है कि जेन वीगन आहार को बढ़ावा देती हैं, यहाँ तक कि उन्होंने अपनी खुद की वीगन कुकबुक भी बनाई है। वह कहती हैं, “यह और अधिक स्पष्ट होता जा रहा है कि मांस, डेयरी उत्पाद और अंडे खाने का जुनून पर्यावरण को पूरी तरह से नष्ट कर रहा है।”
सूज़ी एमिस कैमरून
पूर्व अभिनेत्री और मॉडल, सूज़ी एमिस कैमरून अब पृथ्वी की रक्षा के लिए एक समर्पित कार्यकर्ता हैं। वह कहती हैं, “मैं विशेष रूप से पौधों से बने भोजन के बारे में भावुक हूँ — ठीक है, कुछ लोग इसे जुनूनी भी कह सकते हैं! — क्योंकि यह जलवायु परिवर्तन का समाधान है।”यह देखते हुए कि मांस, अंडे, और डेयरी उत्पाद पृथ्वी पर कार, बस, ट्रक, जहाज, ट्रेन और हवाई जहाज से निकलने वाले धूएँ से भी ज़्यादा प्रदूषण फैलाते हैं। हमें सूज़ी का जूनून सही लगता है। प्लांट पावर टास्क फोर्स में सूज़ी के काम के बारे में अधिक जानें।
जॉर्ज मॉनबिओट
जॉर्ज मॉनबिओट एक पर्यावरणविद, लेखक और गार्डियन के पत्रकार हैं, जिनकी खासियत है कि वह जटिल डेटा और सामाजिक-राजनीतिक प्रणालियों को आम लोगों के लिए समझने योग्य बना देते हैं। वह निडर होकर पूंजीवाद और नवउदारवाद से होने वाले अन्यायों के बारे में लिखते हैं और अक्सर मांस उद्योग को उसके गलत तरीकों और पर्यावरणीय विनाश के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं। एक दिन, जॉर्ज एक डेयरी फार्म से निकलने वाली पाइप का पीछा करते हुए उस जगह तक पहुँचे जहाँ उस पाइप से गन्दगी निकलकर नदी में बह रही थी। जब उनकी शिकायतों को पर्यावरण एजेंसियों ने नज़रअंदाज़ कर दिया, तो उन्होंने समझ लिया कि दूसरों पर भरोसा कर के वह पृथ्वी की सुरक्षा नहीं कर सकते। तभी उन्होंने वीगन बनने का फैसला किया।
