भारत को अक्सर ‘शाकाहारियों का स्वर्ग’ कहा जाता है, जहाँ शाकाहारी व्यंजनों की भरमार है जो किसी भी शाकाहारी को खुश कर सकती है। लेकिन क्या एक वीगन इस डेयरी-प्रेमी देश में आसानी से जी सकता है?
जब हम इतिहास को देखते हैं तब हमें मालूम चलता है कि ‘श्वेत क्रांति’ (1970) से पहले डेयरी उत्पाद बहुत ही दुर्लभ थे, इसके बाद ही गाय और भैंस के दूध के बाजार का विस्तार हुआ था। इसका मतलब यह है कि सैकड़ों साल पुराने कई पारंपरिक भारतीय शाकाहारी व्यंजन बहुत कम या बिना डेयरी उत्पादों के बनाए जाते थे, क्योंकि उस समय दूध एवं दूध के उत्पाद हर किसी के लिए आसानी से उपलब्ध नहीं थे।
इसका यह भी मतलब है कि यदि आप एक वीगन जीवनशैली अपना रहे हैं, तो भारत में भोजन खाना इतना मुश्किल नहीं होना चाहिए, खासकर यदि आप भारतीय व्यंजनों को अच्छी तरह से समझते हैं।
भारत के क्षेत्रीय स्वाद
भारतीय व्यंजनों को मोटे तौर पर उन भौगोलिक क्षेत्रों के आधार पर पहचाना जा सकता है, जहाँ से वे उत्पन्न हुए हैं – उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम। उत्तर भारतीय भोजन आमतौर पर अधिक तीखे, लाजवाब और स्वादिष्ट मसालों से भरपूर होते हैं, जबकि दक्षिण भारतीय भोजन उनकी तुलना में हल्का होता है, इनमें तटीय क्षेत्रों का प्रभाव साफ झलकता है, जैसे इनमें नारियल और काली मिर्च का काफी उपयोग होता है। पश्चिमी भारत में उत्तर और दक्षिण भारतीय स्वादों को मिलाकर अपना विशिष्ट स्वाद विकसित किया गया है, जबकि पूर्वी भारत में उत्तर भारतीय भोजन के कुछ प्रभाव दिखाई देते हैं, लेकिन यहाँ के भोजन अधिक तीखे और तेज स्वाद वाले होते हैं।
हालाँकि भारत के विभिन्न राज्यों के व्यंजनों में कई समानताएँ दिखाई देती हैं, लेकिन हर राज्य के व्यंजन की अपनी अलग खासियत होती है, क्योंकि ये पीढ़ियों से चली आ रही पारंपरिक भोजन विधियों से प्रेरित होते हैं। कई ऐसे व्यंजन भी हैं जो विशेष रूप से कुछ राज्यों से जुड़े हैं, क्योंकि वे उन क्षेत्रों में पारंपरिक रूप से उगाई जाने वाली फसलों से विकसित हुए हैं।
सबसे अच्छी बात यह है कि इनमें से कई पारंपरिक व्यंजन या तो पहले से ही वीगन हैं, या कुछ छोटे बदलाव करके उन्हें आसानी से वीगन बनाया जा सकता है।
भारतीय वीगन नाश्ते के व्यंजन
भारतीय नाश्ते के व्यंजन ज़्यादातर नमकीन होते हैं और इन्हें मुख्य रूप से चावल या गेहूँ से बनाया जाता है। यहाँ कुछ भारतीय नाश्ते दिए गए हैं जो स्वाभाविक रूप से वीगन हैं या कुछ बदलाव करके वीगन बनाए जा सकते हैं।
पोहा: यह चपटे चावल का व्यंजन भारत के पश्चिमी और मध्य भागों का एक लोकप्रिय नाश्ता है। इसे प्याज, आलू और विभिन्न मसालों के साथ पकाया जाता है, जो दिन की शुरुआत करने का एक बेहतरीन तरीका है।
इडली: इडली दक्षिण भारत का एक प्रसिद्ध व्यंजन है। यह नरम, हल्के फूले हुए होते हैं। ये चावल से बने गोल आकार के होते हैं जिन्हें भाप में पकाया जाता है। इडली को नारियल की चटनी और सांभर के साथ परोसा जाता है। यह ग्लूटेन-मुक्त व्यंजन न सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि खाने में भी बहुत स्वादिष्ट और संतोषजनक होते हैं।
डोसा और इसकी विविधताएँ: यह पतला, कुरकुरा और सुनहरे रंग का क्रेप किण्वित चावल और दाल के घोल से बनाया जाता है। डोसे अनेक प्रकार के होते हैं। सादे डोसे से लेकर मसालेदार डोसे और सब्ज़ियों से भरे उत्तपम तक, कई वीगन विकल्प उपलब्ध हैं।
वड़ा: यह दाल से बना हुआ, तला हुआ नमकीन स्नैक है जो आपका दिल ज़रूर जीत लेगा। इसे नारियल की चटनी या सांभर के साथ खाकर इसके स्वाद का अद्भुत अनुभव लिया जा सकता है।
साबूदाना खिचड़ी: यह व्रत के दौरान खाया जाने वाला एक लोकप्रिय व्यंजन है। साबूदाना खिचड़ी अपनी अनोखी बनावट के लिए जानी जाती है। इसमें साबूदाना (टैपिओका मोती) को मूंगफली, आलू और मसालों के साथ पकाया जाता है, जो इसे स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाता है।

भारतीय वीगन भोजन
भारत में दोपहर और रात के भोजन की थाली आमतौर पर अनाज आधारित व्यंजन, दाल और कुछ सब्जियों से सजी होती है।
रोटी, परांठा, कुलचा, और पूरी : ये अधिकतर वीगन होते हैं और इन्हें सुखी या गीली सब्ज़ी या चटपटे अचार के साथ खाया जाता है। परांठे अक्सर नाश्ते में भी परोसे जाते हैं।
दाल: भारतीय व्यंजनों में दाल का खास स्थान होता है, जो पोषण से भरपूर होती हैं। दक्षिण भारत के सांभर से लेकर उत्तर भारत के छोले और राजमा तक, ये व्यंजन प्रोटीन से भरपूर होते हैं और विभिन्न प्रकार के स्वाद प्रदान करते हैं।

सब्जियों के साइड डिश: सूखी सब्जियाँ और ग्रेवी वाले व्यंजन वीगन लोगों को ढेर सारे भोजन विकल्प प्रदान करते हैं। चाहे वह उत्तर भारत का दम आलू हो या भिंडी, या फिर दक्षिण भारत का कूटू, ये सभी व्यंजन अपने-अपने क्षेत्रीय स्वाद से भरपूर होते हैं।
चावल और बिरयानी: सफेद चावल भारतीय भोजन का एक प्रमुख हिस्सा है, जो रोज़ाना के खाने में आम तौर पर परोसा जाता है। खास मौकों पर, इसी चावल को सब्जियों और मसालों के साथ मिलाकर स्वादिष्ट बिरयानी या पुलाव बनाया जाता है।
भारतीय वीगन मिठाइयाँ
मिठाइयाँ भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं, लेकिन अफसोस की बात यह है कि बहुत कम पारंपरिक मिठाइयाँ वीगन होती हैं। किन्तु कुछ मिठाइयाँ वीगन हैं, जैसे काजू कतली—जो काजू और चीनी से बनाई जाती है, पेठा—जो सफेद कद्दू और चीनी से बनता है, और सोहनपापड़ी—जो बेसन और चीनी से तैयार की जाती है।

भारतीय वीगन स्नैक्स और स्ट्रीट फूड
भारत में स्नैक्स का खास महत्व है, और ये अक्सर शाम 4 बजे की चाय के साथ खाए जाते हैं। हालाँकि चाय आमतौर पर वीगन नहीं होती, लेकिन स्नैक्स अक्सर वीगन होते हैं। वीगन स्नैक्स के विकल्प हमेशा सेहतमंद नहीं होते, क्योंकि इनमें कई तले हुए खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, जैसे केले के चिप्स, सेव नमकीन, भाकरवड़ी, मुरुक्कू, या सोया चिप्स। ये स्नैक्स स्वादिष्ट तो होते हैं, लेकिन इनका सेवन संतुलित मात्रा में करना ज़रूरी होता है।
स्ट्रीट फूड भारत में बेहद लोकप्रिय होते हैं। चटपटी और मसालेदार भेलपुरी से लेकर मशहूर पानीपुरी तक, ये स्ट्रीट फूड किसी भी वीगन भोजन प्रेमी के लिए ज़रूर आज़माने लायक होते हैं। इसके अलावा, भारत के हर राज्य में क्षेत्रीय विशेषताओं के अनुसार स्नैक्स भी मिलते हैं। पश्चिम भारत में पात्रा, ढोकला, और वड़ा पाव, उत्तर भारत में समोसा और भुजिया, पूर्व भारत में मोमो, और दक्षिण भारत में बज्जी लोकप्रिय हैं —ये सभी व्यंजन लगभग हमेशा वीगन होते हैं।

भारतीय दूध के उत्पादों के नामों की शब्दावली
यदि आप वीगन हैं, तो आपको उन उत्पादों से बचने की ज़रूरत है, जिनमें डेयरी होती है। यहां कुछ सामान्य डेयरी उत्पादों और व्यंजनों के नाम दिए गए हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए:
- घी
- दही
- लस्सी
- श्रीखंड
- छाछ या मट्ठा
- मलाई या क्रीम
- मक्खन या बटर
- खोया/मावा या छेना
- पनीर
वीगन यात्रियों के लिए सुझाव
यदि आप वीगन हैं और भारत की यात्रा कर रहे हैं, तो आपको बेहतरीन खानपान का अनुभव मिलने वाला है। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं, जो आपकी खान-पान की यात्रा को आसान और आनंददायक बनाएंगे:
- स्थानीय व्यंजनों को अपनाएँ: भारत के हर क्षेत्र के अपने विशेष व्यंजन होते हैं। स्थानीय स्वादों का आनंद लें और क्षेत्रीय व्यंजनों का स्वाद चखें, जिससे आपकी यात्रा का अनुभव और भी खास और समृद्ध होगा।
- रेस्टोरेंट में खाना: बड़े शहरों और पर्यटन स्थलों में वीगन रेस्टोरेंट तेजी से खुल रहे हैं, लेकिन शाकाहारी रेस्टोरेंट में भी कई बार अनजाने में वीगन विकल्प मिल जाते हैं। अगर आप अपनी आहार संबंधी ज़रूरतों को स्पष्ट रूप से रेस्टोरेंट स्टाफ को बताएंगे, तो कई रेस्टोरेंट खुशी-खुशी आपकी पसंद के अनुसार भोजन तैयार करेंगे।
- ताज़े फलों का आनंद लें: भारत में विविध रूप के ताज़े फल पाए जाते हैं, जो वीगन यात्रियों के लिए एक सेहतमंद और सुविधाजनक स्नैक विकल्प हैं।
चाहे खस्ता मसाला डोसा हो जो चटनी और सांभर के साथ परोसा जाता है, या एक साधारण दाल-चावल की थाली, भारतीय भोजन में वीगन लोगों के लिए बहुत सारे वीगन विकल्प मौजूद हैं। यह कहना बिल्कुल सही होगा कि भारत वीगन लोगों के लिए खान-पान का स्वर्ग है।
वीगन भोजन का आनंद लेते रहें!