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यह एक सरल प्रश्न है, और हममें से अधिकांश लोग इसका उत्तर तीन शब्दों या उससे भी कम में दे सकते हैं क्योंकि या तो हमें चीज़ पसंद है या नहीं, है न? लेकिन यह उतना सरल प्रश्न नहीं है जितना यह प्रतीत होता है क्योंकि इसके अंदर, विचार करने के लिए कई और कठिन प्रश्न हैं, जैसे: क्या हम जानवरों को बूचड़खाने में मरने से बचाएँगे या उससे ज़्यादा अधिक प्रेम हम चीज़ खाने से करते हैं? और क्या हम अपनी पृथ्वी की रक्षा करने से अधिक प्रेम चीज़ खाने से करते हैं? तो आप देख सकते है कि ‘हम चीज़ से कितना प्रेम करते हैं’, यह वास्तव में एक पेचीदा प्रश्न है।
लेकिन मुझे चीज़ बहुत पसंद है
दुनिया भर में चीज़ के दीवाने लोगों का एक समुदाय है। ये वे लोग हैं जो एक साधारण चीज़ के लिए बावर्ची द्वारा पकाए गए स्वादिष्ट भोजन को खुशी-खुशी छोड़ देंगे। वे अपनी यात्राओं को इस आधार पर तय कर सकते हैं और सिर्फ वहाँ यात्रा करते हैं जहाँ विशिष्ट चीज़ मिलती हों, और यहाँ तक कि ब्रिटिश टीवी प्रस्तोता जैस्मीन हरमन जैसे लोग भी हैं जो चीज़ की थीम पर शादी करते हैं। जो लोग चीज़ पसंद करते हैं, वे वास्तव में चीज़ को बहुत पसंद करते हैं, और पूरे विश्वास से कहते हैं कि वे इसे कभी नहीं छोड़ सकते। लेकिन हम नहीं मानते कि ऐसी घोषणा कभी पत्थर की लकीर बन सकती है, जैसा कि जैस्मीन खुद आपको बता सकती हैं। जब उन्हें पता चला कि उनकी प्रिय चीज़ कैसे बनायी जाती है, तो उन्होने अपना विचार बदल दिया। उन्होने चीज़ की थीम पर शादी तो की थी लेकिन अब उन्होने डेयरी बिल्कुल छोड़ दी है और इसका कारण नीचे दिया है।
चीज़ का मतलब है माँ को बच्चे से अलग करना
चीज़ का मुख्य भाग दूध है, और वह दूध गायों से लिया जाता है। दूध का उत्पादन करने के लिए, प्रत्येक गाय को पहले गर्भवती होना अनिवार्य है। उसके बाद ही उसका शरीर उसके बछड़े को जीवित रखने और बढ़ने के लिए आवश्यक भोजन का उत्पादन करता है। लेकिन, डेयरी उद्योग माताओं को अपने बच्चों को दूध पिलाने की अनुमति नहीं देता है। क्योंकि अगर वे ऐसा करते हैं तो वे दूध से मुनाफ़ा नहीं कमा पाएँगे और बछड़ों को दूध पिलाना मुनाफेदायक दूध की कितनी बर्बादी होगी! इसीलिए बछड़ों को जन्म के कुछ घंटों के भीतर ही अपनी माँ से अलग कर दिया जाता है और उन्हें अलग-थलग करके रखा जाता है। हर बच्चे को अपनी माँ की ज़रूरत होती है, लेकिन डेयरी उद्योग इस सबसे अनमोल बंधन को तोड़ देता है, जिससे दोनों को परेशानी होती है। और इसलिए हम सवाल पूछते हैं: क्या हम चीज़ से इतना प्यार करते हैं कि जानवरों को इस हालत में डाल दें?

चीज़ का मतलब है वील (बछड़े का मांस) उद्योग को समर्थन देना
डेयरी उद्योग एक बड़ा व्यवसाय है, जिसका मूल्य 893 बिलियन डॉलर है। इसलिए, जो सुंदर ढंग से पैक किया गया चीज़ जो आपको इतना पौष्टिक दिखता है, वह औद्योगिक वैश्विक व्यापार की एक अत्यधिक विपणन (मार्केटिंग) तकनीक है। और पैसे कमाने की होड़ में, संसाधनों की बर्बादी नहीं हो सकती क्योंकि इन छोटे बछड़ों को मात्र वस्तु के रूप में देखा जाता है। डेयरी उद्योग को वास्तव में बछड़े कभी नहीं चाहिए थे, उसे बस गाय का दूध चाहिए था, लेकिन उन छोटे बच्चों को वील व्यापार को बेचकर वह अपने मुनाफे को अधिकतम करते हैं। वील बछड़े डेयरी से आये हुए बछड़े हैं, और वील व्यापार केवल इसलिए चल सकता है क्योंकि लोग चीज़ पसंद करते हैं। तो यहाँ एक और सवाल है: क्या चीज़ खाना इतना महत्वपूर्ण है कि हम एक छोटे बच्चे के साथ ऐसा होने दें?

चीज़ का मतलब है पशु पीड़ा
डेयरी उद्योग का मतलब यह नहीं है कि पशु इस उद्योग में जीवनभर एक आदर्श एवं खुशहाल जीवन जीते हैं और फिर बस एक ही बुरा दिन आता है जब माँ और बछड़े को अलग होना पड़ता है। डेयरी उद्योगों में जबरन रखी गयी गायों के लिए हर दिन एक बुरा दिन होता है।
अगर गायों को मौका दिया जाए तो गायें घास के मैदानों में घूमेंगी और चरेंगी, सोने के लिए एक आरामदायक जगह ढूँढेंगीं और वसंत की धूप में दौड़ेंगी और मौज-मस्ती करेंगी। वे जन्म देने और अपने बच्चों का पालन-पोषण करने और उनकी रक्षा करने के लिए एक सुरक्षित जगह ढूँढेंगीं। लेकिन डेयरी उद्योग के औद्योगीकरण का मतलब है कि गायों के लिए इनमें से कुछ भी संभव नहीं है। गायों को औद्योगिक पिंजरों के अंदर बंद कर दिया जाता है और माँ के दूध की जगह उन्हें चारा खिलाया जाता है। उन्हें नंगे कठोर फर्श पर रखा जाता है, यह कठोर फर्श उनके पैरों को चोट पहुँचाता है, जिससे उन्हें सूजन और लंगड़ापन होता है। बार-बार उनके दूध दुहने से स्तन ऊतक में दर्दनाक सूजन और संक्रमण होता है जिससे उनके दूध में मवाद भर जाता है और फ़िर उसी दूध को लोग पीते हैं। मादा गायों को बार-बार जबरन गर्भधारण सहना पड़ता है जब तक कि उनका शरीर टूट न जाए और उनका लाभप्रद शोषण न किया जा सके। और अगर बछड़े से पैसे नहीं कमाए जा सकते, तो उसे जन्म के समय ही गोली मार दी जाती है। अब, हम खुद से पूछते हैं: क्या हम चीज़ से इतना प्यार करते हैं कि हम ऐसी बातों को नज़रअंदाज़ कर सकें ?

चीज़ उद्योग एक मांस उद्योग है
याद रखें कि हमने उद्योग के बारे में क्या कहा था कि यह उद्योग पैसा कमाने का कोई भी अवसर बर्बाद नहीं करता? दरअसल, इसमें माँ के शरीर पर पैसा कमाना भी शामिल है। गायों का गर्भधारण लगभग नौ महीने तक रहता है, मनुष्यों के समान ही। लेकिन मनुष्यों के विपरीत, गायें जब दूसरी बार गर्भवती बनती हैं, तब वह पहले गर्भधारण से स्वस्थ नहीं हुई होती हैं। पैसा तभी बनता है जब प्रत्येक गाय दूध दे रही होती है, इसलिए उन्हें बार-बार कृत्रिम रूप से गर्भवती किया जाता है जब तक कि उनका शरीर बिल्कुल टूट न जाए। हममें से अधिकांश लोग इन शोषित माताओं के लिए दया महसूस करेंगे, जो थकी हुई हैं और अपने बच्चों को खोने का शोक मना रही हैं। लेकिन इस सब के बाद भी डेयरी उद्योग देखता है कि उनकी हड्डियों पर अभी भी कुछ मांस है, तो उन्हें वध करने और मांस के लिए तैयार करने के लिए भेज देता है। क्या चीज़ खाना इतना महत्वपूर्ण है कि हम इस दुर्व्यवहार को नज़रअंदाज़ करें?

चीज़ जलवायु को नुकसान पहुँचाता है
जब हम विचार करते हैं कि पृथ्वी के लिए सबसे खराब खाद्य पदार्थ कौनसे हैं तब गोमांस का नाम आता है, लेकिन गोमांस और चीज़ में क्या समानता है? बिल्कुल सही समझा : गायें। और गायें बहुत अधिक मात्रा में मीथेन उत्सर्जित करती हैं, जो चीज़ को हमारी जलवायु के लिए सबसे खराब खाद्य पदार्थों में से एक बनाती है, केवल गोमांस, भेड़ का बच्चा और झींगापालन ही जलवायु को इससे अधिक नुकसान पहुँचाते हैं। किलो के हिसाब से चीज़ टोफू की तुलना में जलवायु के लिए 7.5 गुना अधिक खतरनाक है। पर्यावरण संकट के बाद हमारे भोजन के विकल्प पृथ्वी के लिए अत्यधिक संकट पैदा कर रहे हैं। बाढ़, तूफान और जंगल की आग लोगों को नुकसान पहुँचाती है और जंगली जानवरों के घरों को नष्ट कर देती है। क्या चीज़ इतनी महत्वपूर्ण है कि हम जंगली जानवरों को जंगल की आग में मरने दें और उनके घरों को नष्ट होनें दें?

मैं चीज़ कभी नहीं छोड़ सकता / सकती
जिस चीज से आप प्यार करते हैं उसे छोड़ना मुश्किल है, इसलिए इसके बजाय ऐसी चीज को छोड़ दें जिससे आप नफरत करते हैं। डेयरी उद्योग का समर्थन करना छोड़ दें जो बच्चों को उनकी माताओं से अलग करता है और उनका दूध चुराता है। जानवरों का वध करने वाले उद्योग को पैसे देना छोड़ दें जो गायों और उनके बछड़ों का गला काट कर उनके शरीर से एक-एक पैसा निचोड़ लेता है। ऐसे उद्योग का समर्थन करना छोड़ दें जो भारी मात्रा में उत्सर्जन पैदा करता है जिससे जलवायु विघटन को बढ़ावा मिलता है।
जब हम इन शोषणकारी चीजों को छोड़ देते हैं, और इसके बजाय पौधे-आधारित चीज़ खाते हैं और अनगनित स्वादिष्ट पौधे-आधारित खाते हैं, तो हमें किसी भी चीज का नुकसान नहीं होता है बल्कि हम केवल लाभ ही प्राप्त करते हैं।